Wednesday 9 November 2011

बिजूका

बिजूका
खेत के बीचों बीच,
बरसों से खड़ा ,
बिजूका बेडौल,
विकराल उसका डील - डौल,

हँडियो   का उसका सिर काला,
 चुने से आँख, मुँह   ,नाक - कान;
बांस की कमचिल  के,
पैर हाँथ उसके,
हाँथ में ,
एक और कमचिल की छड़ी,

बूढ़े पक्षी ,चिड़िया, कौवा,
आदि के लिए,
बिजूका नहीं हौवा;
 
खेत के आकाश में ,
उनका उड़ना वर्जित,
कल परसों या,
कुछ ही दिनों पहले,
जन्मीं चिड़ियाँ दो- चार,
छोटीं सबकी सब नन्हीं ,
बहुत ही कम ऊँची,
उनकी उड़ान;

सारा सारा दिन,
खेत में चुगतीं दाने,
कभी बैठ जाती कंधो पर,
या चोंच से ठुनकती  ,
काला गंजा सिर ,

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