STORY OF A NEW BORN BABY........
हाय मैं हूँ श्रीनू ...19 february को शाम के 04:02 pm पर मैं इस दुनिया
में आया,,मेरे birth होते ही नर्स मुझे नहला कर साफ़ करने लगी,, 9 महीने
से मैं एक अजीब सी अँधेरी जगह में बंद था,,वहां बहुत अँधेरा रहता था,,इसलिए
जब मैंने इतनी रौशनी देखी तो मैं डर गया,, और ज़ोर-ज़ोर से रोने लगा ,,
तभी मुझे न अचानक एक आवाज़ आई "रोते नहीं बेटू",,मुझे ये आवाज़ बहुत
जानी-पहचानी सी लगी,,जैसे मेरा कोई अपना मेरे पास हो,,और मैं चुप हो गया
,,4:40 को dr. मुझे लेकर बहार आई ,,वहां बहुत सारे लोग खड़े थे,, सभी बहुत
खुश लग रहे थे,,मुझे देखते ही चिल्लाने लगे,,dr.ने मुझे किसी की गोद में दे
दिया ,, किसी ने पीछे से कहा की ये तुम्हारी दादी है,, दादी मुझे बड़े ही
प्यार से देख रही थी,,फिर मुझे किसी और ने गोद में लिया ,,वो मेरी नानी थीं
,,फिर मुझे मौसी-नानी ने गोद में लिया,, और फिर मेरे दादू और नानू ने,, पर
मैं तो बस अपने मम्मी और पापा को देखना चाहता था,, वही तो थे जिनको मैं
अँधेरे में बंद भी देखता रहता था,,उनकी आवाज़ सुनता रहता
,,............ थोड़ी देर के बाद पापा आये और उन्होंने मुझे गोद में ले
लिया,,वो बहुत सारी मिठाई लेकर आये थे,,और सबको खिला रहे थे,,वो भी बहुत
खुश लग रहे थे,,पर उन्होंने मुझे ज़्यादा देर अपने पास नहीं रखा,,मुझे तो
बस उन्हीं के पास रहना था,, और मेरी मम्मी के,, पता नहीं मम्मी कहाँ थीं,,
अब तक वो मुझे दिखाई नहीं दीं,,वहां कोई मेरे पास -पास ,,अजीब सी चीज़ लिए
घूम रही थी,, पता नहीं था की उसके हाँथ में क्या था,,लेकिन सारे लोग उसको
कह रहे थे की ""चीनू हमारी भी शूटिंग कर श्रीनू के साथ ""...शायद वो मेरी
चीनू मासी थीं,,
पर मुझे क्या पता की दादा क्या होता है,,दादी किसको कहते हैं,,नाना-नानी
कौन होते हैं,, पर मुझे एक बात ज़रूर पता थी की,,सब मेरे अपने हैं और सब
मुझे बहुत प्यार करते हैं,, क्यूंकि जब ये लोग मुझे देख रहे थे तो सब की
आँखों में मेरे लिए बहुत प्यार था,,जब उन लोगों ने मुझे गोद में लिया तो
मुझे लगा की अब मैं ठीक हूँ और मुझे इनके होते हुए कुछ नहीं हो सकता,,
इतना करते हुए 15-20 min हो गए थे,, फिर वो लोग मुझे लेकर एक रूम में गए
,,और मुझे कपडे पहनाने लगे,,ये काम पहले भी तो कर सकते थे न,, मुझे
नंगू-पंगु क्यूँ रखे थे,, कितनी शर्म आ रही थी मुझे,, खैर अब मैंने कपडे
पहेन लिए थे और मैं बहुत ही स्मार्ट लग रहा था,,
थोड़ी -थोड़ी देर में वही सारे लोग बार-बार कमरे में आते और मुझे प्यार
कर देते,,,फिर ६ बजे मेरे ताऊजी और ताईजी आये,, और उनके साथ मेरी छोटी-छोटी
2 दीदी भी आये,,ईशा और सुहानी दीदी ,,इनको तो मैंने देखते ही पहचान लिया
मैं इनसे इतनी बातें जो करता रहा हूँ,, ताई जी ने मुझे बहुत देर तक गोद में
रखा और बहुत प्यार किया,, ताऊ जी को सर्दी थी न,,इसीलिए उन्होंने मुझे दूर
से देखा,,वो कितने अच्छे है,,मुझे देखकर बोले की "अरे ये तो पूरा हमारे घर
पे ही गया है" ,,,फिर 2 और मौसियाँ आयीं मेरी 3rd वाली मौसी नानी के साथ,,
वो लोग भी मुझे देख कर बहुत खुश हो गयीं,, कितना गोरा है,, और कितनी सोफ्ट
स्किन है इसकी,, अरे गोरा तो रहूँगा ही न ,,मेरी मम्मी इतनी सुंदर जो
है,,फिर मुझे बिस्तर में सुला दिया गया,,और मेरी दादी ने अपनी ऊँगली से कुछ
मीठा-मीठा सा मेरे मुंह में चटाया.....मुझे वो मीठी सी चीज़ बहुत अच्छी
लगी ,, और मैं मज़े लेकर उसको चूसने लगा,, मेरी 3rd वाली गुड्डी मौसी नानी
जल्दी से बोली -चीनू इसकी शूटिंग कर ,,देख कितना प्यारा लग रहा है,,कितना
सुंदर मुंह बना रहा है,,सारे लोग मेरे पास बिस्तर पर ही बैठे थे,,और पता
नहीं क्या-क्या बातें कर रहे थे ,,लेकिन वो लोग मेरे ही बारे में बातें कर
रहे थे,, की मेरी आंखें किसके जैसी हैं ,,मेरी नाक किसके जैसी हैं,,
अरे मैं तो अपनी मम्मी के बारे में बताना भूल ही गया था,,अब वो कमरे में
आ चुकी थीं,, वो बहुत कमज़ोर दिख रहीं थीं,, वो वहां रखे एक दुसरे बिस्तर
पर लेट गयीं,, मैं उनको देखना चाहता था,,कब से इंतज़ार कर रहा था मैं मम्मी
का,,पर वो बहुत दूर थीं इसी लिए मुझे कुछ ठीक से दिखाई नहीं दे रहा
था,, मम्मी मैं आपकी गोद में आना चाहता हूँ,,आपको प्यार करना चाहता हूँ,,और
आपको ये बताना चाहता हूँ की मैं कितना खुश हूँ,, और आपको बहुत सारा थैंक्स
कहना चाहता हूँ,, की आपने मुझे कितनी अच्छी family दी है,, जो मुझे इतना
प्यार करते हैं,,लेकिन मैं एक दिन आपको ज़रूर बताऊंगा की मैं कितना खुश
हूँ,,और ये भी की मैं आपसे आपसे और पापा से कितना प्यार करता हूँ,,
थोड़ी -थोड़ी देर में वही सारे लोग बार-बार कमरे में आते और मुझे प्यार
कर देते,,,फिर ६ बजे मेरे ताऊजी और ताईजी आये,, और उनके साथ मेरी छोटी-छोटी
2 दीदी भी आये,,ईशा और सुहानी दीदी ,,इनको तो मैंने देखते ही पहचान लिया
मैं इनसे इतनी बातें जो करता रहा हूँ,, ताई जी ने मुझे बहुत देर तक गोद में
रखा और बहुत प्यार किया,, ताऊ जी को सर्दी थी न,,इसीलिए उन्होंने मुझे दूर
से देखा,,वो कितने अच्छे है,,मुझे देखकर बोले की "अरे ये तो पूरा हमारे घर
पे ही गया है" ,,,फिर 2 और मौसियाँ आयीं मेरी 3rd वाली मौसी नानी के साथ,,
वो लोग भी मुझे देख कर बहुत खुश हो गयीं,, कितना गोरा है,, और कितनी सोफ्ट
स्किन है इसकी,, अरे गोरा तो रहूँगा ही न ,,मेरी मम्मी इतनी सुंदर जो
है,,फिर मुझे बिस्तर में सुला दिया गया,,और मेरी दादी ने अपनी ऊँगली से कुछ
मीठा-मीठा सा मेरे मुंह में चटाया.....मुझे वो मीठी सी चीज़ बहुत अच्छी
लगी ,, और मैं मज़े लेकर उसको चूसने लगा,, मेरी 3rd वाली गुड्डी मौसी नानी
जल्दी से बोली -चीनू इसकी शूटिंग कर ,,देख कितना प्यारा लग रहा है,,कितना
सुंदर मुंह बना रहा है,,सारे लोग मेरे पास बिस्तर पर ही बैठे थे,,और पता
नहीं क्या-क्या बातें कर रहे थे ,,लेकिन वो लोग मेरे ही बारे में बातें कर
रहे थे,, की मेरी आंखें किसके जैसी हैं ,,मेरी नाक किसके जैसी हैं,,
अरे मैं तो अपनी मम्मी के बारे में बताना भूल ही गया था,,अब वो कमरे में
आ चुकी थीं,, वो बहुत कमज़ोर दिख रहीं थीं,, वो वहां रखे एक दुसरे बिस्तर
पर लेट गयीं,, मैं उनको देखना चाहता था,,कब से इंतज़ार कर रहा था मैं मम्मी
का,,पर वो बहुत दूर थीं इसी लिए मुझे कुछ ठीक से दिखाई नहीं दे रहा
था,, मम्मी मैं आपकी गोद में आना चाहता हूँ,,आपको प्यार करना चाहता हूँ,,और
आपको ये बताना चाहता हूँ की मैं कितना खुश हूँ,, और आपको बहुत सारा थैंक्स
कहना चाहता हूँ,, की आपने मुझे कितनी अच्छी family दी है,, जो मुझे इतना
प्यार करते हैं,,लेकिन मैं एक दिन आपको ज़रूर बताऊंगा की मैं कितना खुश
हूँ,,और ये भी की मैं आपसे आपसे और पापा से कितना प्यार करता
हूँ,,.......................................
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